सकारात्मक :
► सदा सकारात्मक सोच रखे। यदि आपने किसी का बुरा नहीं सोचते तो आपके साथ बुरा कैसे हो सकता है। यदि आपसे गलतिया हुई हैं तो उनका प्रायश्चित करें। इससे उनका दण्ड बहुत कम हो जाता है। जैसे डाकू …
इन्द्रिय संयम :
► मोबाईल पर लम्बी बातें न करें। यह दिमाग में टयूमर व अन्य व्याधियां उत्पन्न कर सकता है।
► पैदल चले, साइकिल चलाने से जी न चुराएं। अपना काम स्वयं करने का अभ्यास करें।
► देसी गाय के दूध…
स्वस्थ आदत :
► मल-मूत्र का त्याग बैठकर करें व उस समय दात भींचकर रखें।
► वस्त्र सदा ढीलें पहने। नाड़े वाले कुर्ते-प :जामे सर्वोतम वेश हैं। कसी जीन्स आदि बहुत घातक होती हैं।
► भूख से थोड़ा कम खाए।
► …
स्वास्थ्यवर्धक रसायन :
► आवले का उपयोग करें। यह बहुत ही उच्च कोटि का स्वास्थ्यवर्धक रसायन है।
► जल पर्याप्त मात्रा में पिए अन्यथा भ्पही ठच् शिकार हो जाएगे।
► भोजन करने के पश्चात् एक दम न सोए न दिन …
प्रतिदिन श्रम :
► तीन सफेद विषों का प्रयोग कम से कम करें - सफेद नमक, सफेद चीनी व सफेद मैदा।
► प्रतिदिन कुछ न कुछ शारीरिक श्रम, व्यायाम अथवा खेलकूद अवश्य करें। इससे मासपेशिया मजबूती बनी रहती है। हृद…
रामबाण सूत्र :
► दानामेथी और करेला डाइबीटीज की रामबाण दवा हैं। इनका रोज उपयोग करें। दानामेथी रोज १८/२४ घंटे पानी में, जहां तक संभव हो सके मिट्टी के बर्तन में भिगोयें। दूसरे दिन सुबह नाश्ते के पहले य…
नियंत्रण रखें :
► जीभ पर नियंत्रण रखें, क्योंकि जीभ के दो ही कार्य होते हैं-बोलना और स्वाद लेना। अतः अधिक बोलने से बचें।
► आधि- मन का रोग, व्याधि- तन का रोग और उपाधि- मद, ये तीनों यौवन के भयंकर शत्र…
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